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भगवान कृष्ण बोले- हे धर्म पुत्र ! अधिक (लौंद) मास के कृष्ण पक्ष की एकादशी का नाम परमा है। उन महात्म्य की कथा ऐसे है- कम्पिल्य नगर में सुमेधा नामक एक ब्राह्मण रहता था। उसकी स्त्री का नाम पव
भगवान बन्शी वाले बोले- हे धर्मात्माओं में श्रेष्ठ युधिष्ठिर! आषाढ़ मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी का नाम देवशयनी है। ब्रह्मा जी ने नारद से कहा था आज के दिन भगवान विष्णु को शयन कराया जाता है
श्रीकृष्ण जी बोले- हे युधिष्ठिर ! कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी का नाम प्रबोधनी है। इसमें भगवान विष्णु जागते हैं। इस कारण इसका नाम देवोत्थानी भी कहा गया है। इसके महात्म्य की कथा
श्री सूत जी ऋषियों को कहने लगे विधि सहित इस एकादशी व्रत का महात्म्य तथा जन्म की कथा भगवान कृष्ण ने युधिष्ठिर को सुनाई थी, सतयुग में एक महाभयंकर राक्षस मुर नाम का प्रकट हुआ, उसने अपनी शक्ति से द
युधिष्ठिर बोले - हे भगवान कृष्ण ! अब आप मुझे 26 एकादशियों के नाम, व्रत विधि बतलाइए तथा किस देवता का पूजन करना चाहिए, यह भी कहिए भगवान जी बोले - मार्ग शीर्ष नाम शुक्ल पक्ष की एकादशी का नाम मोक
भगवान कृष्ण बोले-हे युधिष्ठिर ! मैं दान स्नान तीर्थ, तप इत्यादि शुभ कर्मों से शीघ्र प्रसन्न नहीं होता हूँ, एकादशी व्रत करने वाला मुझे प्राणों के समान प्रिय लगता है। पौष मास के कृष्णा पक